Tuesday 17 July 2012

21. अनुभव की भट्ठी

21.

दुनिया भर से ठोकर खाकर लेता जो कर में प्याला
उसके हीं अनुभव की भट्ठी में बनती यह मृदु हाला
साकी का स्पर्श स्नेह का मादकता बन जाती है,
पीनेवालों की हीं विनती पर खुलती है मधुशाला.


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