Wednesday 1 January 2014

40. सब्सिडी देकर तो मैं भी मुफ्त पिला सकता मदिरा,

साकी बदली मगर न बदला हाथों में रखा प्याला,
बस बदला "लेबल" मधुघट का, नहीं बदल पायी हाला।
सब्सिडी देकर तो मैं भी मुफ्त पिला सकता मदिरा,
तो फिर क्यों साकी की जय - जय करती है यह मधुशाला।। 
............... सरोज कुमार

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